आज हम आपको बैंक से जुड़ी हर एक जानकारी देने जा रहे हैं। बैंकिंग सेक्टर में जॉब करने के लिए आपको क्या-क्या करना होता है और इसके लिए आप की क्वालिफिकेशन, योग्यता क्या होनी चाहिए इसके बारे में भी आपको हर एक जानकारी देंगे।
बैंकिंग सेक्टर में बहुत सारे पदों पर जॉब मिलती है। पर इसके बारे में बहुत से लोगों को बिल्कुल भी पता नहीं होता। लोग कैशीयर, क्लर्क और बैंक मैनेजर को ही खास तौर पर जानते हैं। लेकिन इसके अलावा भी बैंक में अनेक पद होते हैं। जिनके बारे में अब हम आपको बताने जा रहे हैं।

बहुत सारे लोग बैंकों में जॉब करना पसंद करते हैं । क्योंकि बैंकिंग सेक्टर में जॉब करने वालो को काफी अच्छी सैलरी और रिस्पेक्ट मिलती है। और बैंकिंग सेक्टर की जॉब काफी सुरक्षित नौकरी भी मानी जाती है
IBPS, PO, SBI SO, SBI PO, Indian Bank PO इत्यादि जैसी परीक्षाएं हैं जो कि एंट्रेंस लेवल पर है, बैंक ऑफिसर के पद पर आयोजित होने के लिए। और बैंकिंग सेक्टर में आवेदन करने के लिए कम से कम आयु 18 से 20 साल है।
बैंकिंग सेक्टर में पदों के नाम?
- बैंक क्लर्क(Bank Clerk)
- बैंक विशेषज्ञ (Bank Specialist)
- प्रबंधक सहायक, प्रबंधक (Assistant Manager, Manager)
- निवेश बैंकिंग (Investment Banking)
- परिविक्षाधीन अधिकारी (Probationary officer – PO)
- नाबार्ड अधिकारी ग्रेड “ए”(NABARD Officer Grade A)
- उप स्टाफ (Sub – Staff)
बैंक क्लर्क(Bank Clerk)
- अगर आप एक बैंक क्लर्क के रूप में भर्ती होना चाहते हैं तो आपकी आयु कम से कम 18 से 28 साल होनी चाहिए।
- आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- आपके 12वीं में कम से कम 60% नंबर होने चाहिए।
- आपके पास कंप्यूटर कोर्स होना चाहिए और कंप्यूटर का अच्छा खासा नॉलेज होना चाहिए।
- बैंक में क्लर्क बनने के लिए आपको एसबीआई क्लर्क, या IBPS PO जैसी एंट्रेंस एग्जाम देने पड़ेगे
- एक खाता क्लर्क का काम खाता खोलना, बैंकिंग उत्पादों में वृद्धि, सावधि जमा खोलना, पासबुक प्रविष्टि इत्यादि जैसे काम होते हैं।
- क्लर्क ग्राहक के खातों को खोल और बंद कर सकते हैं इसकी जिम्मेदारी बैंक खाता क्लर्क की होती है।
- एक मुद्रा से दूसरी मुद्रा में पैसों को एक्सचेंज करने का काम एक्सचेंज क्लर्क करता है।
- एक ब्याज क्लर्क का काम बैंक में खाता धारकों के निवेशकों और ऋणों पर देय ब्याज का ध्यान रखना होता है।
- स्टेटमेंट क्लर्क का काम महीने की बैलेंस शीट देखना और ग्राहक के खाते से संबंधित गतिविधियों पर नजर रखना होता है।
- एक ऋण लिपिक वर्तमान में ऋणों से संबंधित गतिविधियों का प्रबंधन करता है।
- सुरक्षा क्लर्क का काम गुप्त लेन देन से संबंधित डेटा को सुरक्षित रखना और अनेक डाक्यूमेंट्स और डेटा का रखरखाव करना होता है।
- बैंकिंग सेक्टर में क्लर्क को मासिक वेतन कम से कम 18000 से 50,000 तक मिलता है।
बैंक विशेषज्ञ (Bank Specialist)
- बैंक विशेषज्ञों की भर्ती विभिन्न विभागों में जैसे मार्केटिंग, जनसंपर्क, प्रबंधन, इंजीनियरिंग, सिस्टम इत्यादि में काम करने के लिए की जाती है।
- बहुत सारी कंपनियां बैंकों से ऋण लेती है तो यह काम बैंक विशेषज्ञ का होता है कि वो पहले ये डिसाइड करे की इस कंपनी में ऋण चुकाने की क्षमता है या नहीं और ऋण देने की स्वीकृति देनी चाहिए या नहीं।
- एक बैंक विशेषज्ञ सिस्टम विभाग और आईटी विभाग जैसे महत्वपूर्ण वर्गों को भी संभालने में अहम भूमिका निभाता है। वह अकेले ही अपने विभाग की देखरेख करता है।
- बैंक विशेषज्ञ बनने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होना अनिवार्य है।
- विशेषज्ञ का वेतन 32000 से 50000 तक होता है समय के साथ यह वेतन बढ़ता जाता है।
बैंक क्लर्क कैसे बनें। Bank Clerk सैलरी, योग्यता और चयन प्रक्रिया
विशेषज्ञ को कई श्रेणियों में जॉब मिल सकती है जैसे
- IT Officer (आईटी अधिकारी)
- law Officer (विधि अधिकारी)
- Agriculture Officer (कृषि अधिकारी)
बैंकिंग सेक्टर में IT Officer (आईटी अधिकारी)
आईटी अधिकारी का काम सिस्टम सॉफ्टवेयर की देखभाल करना होता है और बैंक की लगभग हर एक शाखा में आईटी अधिकारी मौजूद होते हैं। क्योंकि बैंक के सारे कार्य आईटी उपकरणों के द्वारा ही किए जाते हैं। आईटी अधिकारी का काम डेटाबेस, नेटवर्किंग सर्वर का रखरखाव करना होता है।
law Officer (विधि अधिकारी)
एक विधि अधिकारी का काम बैंक से संबंधित कानून और न्यायिक मामलों का काम करना और उन पर नियंत्रित नियंत्रण रखना होता है। इस पद में अप्लाई करने के लिए आपके पास एलएलएम, सीएआईआईबी, एमबीए, एलएलबी जैसी डिग्री का होना जरूरी है।
Agriculture Officer (कृषि अधिकारी)
कृषि अधिकारी का काम ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक प्रकार के कृषि संबंधित ऋणों को बढ़ावा देने का होता है। और सरकार के अनेक वित्तीय संसाधनों की योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना होता है। किसानों के साथ अपने अच्छे संबंध बनाए रखने का कार्य और उनसे ऋण वसूली की कार्रवाई करने का काम भी कृषि अधिकारी का होता है। और यह ग्रामीण इलाकों से संबंधित होते हैं।
प्रबंधक सहायक, प्रबंधक (Assistant Manager, Manager)
बैंक मैनेजर मुख्य रूप से बैंक के अंदर होने वाली प्रमोशन के आधार पर बनते हैं। लेकिन जो एमबीए कैंडिडेट होते हैं अगर उनके पास 3 से 5 साल तक नौकरी का अनुभव होता है वह भी इस पद में भर्ती हो सकते हैं। एक पियो बनने के बाद आपकी प्रमोशन 7 से 10 साल के बीच में होती है। उसके बाद ही आप एक मैनेजर और असिस्टेंट मैनेजर बन सकते हैं। इसके लिए कोई विशेष परीक्षा नहीं होती।
एक बैंक मैनेजर बनना बहुत मुश्किल होता है। इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इसके लिए आपको काफी अनुभव होना चाहिए।
बैंक मैनेजर कैसे बने । Bank Manager Age, Qualification and Salary
निवेश बैंकिंग (Investment Banking)
इस बैंकिंग सेक्टर में आपको काफी अच्छी सैलरी मिलती है निवेश बैंकिंग के लिए भारत में आईआईएम जैसे देश के सबसे अच्छे संगठनों के उम्मीदवारों को चुना जाता है। इसीलिए निवेश बैंकिंग सबके लिए एक खुला ऑप्शन नहीं है। ऐसी जबरदस्त नौकरी को प्राप्त करने के लिए आपके पास सबसे श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों से डिग्री प्राप्त करनी पड़ेगी। और आपके पास एक बेदाग अकादमिक रिकॉर्ड होना भी अनिवार्य है।
परिविक्षाधीन अधिकारी (Probationary officer – PO)
एक परिविक्षाधीन अधिकारी या फिर पियो को प्रबंधन प्रशिक्षु के नाम से भी जाना जाता है। आपको इस पोस्ट में जाने के लिए एसबीआई पीओ या इससे जुडे अन्य एंट्रेंस एग्जाम देकर उन्हें पास करना पड़ेगा। समय और एक्सपीरियंस के साथ-साथ यह उम्मीदवार एमडी और सीईओ के पद तक भी जा सकते हैं। और इन्हें बैंक की रीड की हड्डी भी माना जा सकता है। क्योंकि बैंक में चल रहे हर एक काम और दैनिक गतिविधियों पर इनकी नजर रहती है।
इस पोस्ट पर जॉइनिंग करने के बाद अभ्यार्थी छोटी शाखा पर पोस्ट किए जाते हैं। जहां पर उनको बैंकिंग के कार्य जैसे नगर प्रबंधन, ड्राफ्ट जारी करना, बैंकिंग कार्यों की चेकिंग आदि जैसे काम करने पड़ते हैं।
जब आपके पास अच्छे से अनुभव प्राप्त हो जाता है तो आपको बजट, विपणन, योजना ऋण प्रसंस्करण, निवेश प्रबंधन जैसे कार्यों को करने की अनुमति दी जाती है।
अगर अभ्यार्थी ने राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की उपाधि प्राप्त की होती है उन्हें 20 से 30 साल के अंदर पीओ के पद पर आवेदन करने के लिए एलिजिबल हो जाते हैं। पीओ को कम से कम त 20000 और एसबीआई बैंकों में 30000 तक शुरुवाती वेतन मिलता है। इनका वेतन राज्य के आधार पर कम या ज्यादा भी हो सकता है।
नाबार्ड अधिकारी ग्रेड “ए”(NABARD Officer Grade A)
नाबार्ड अधिकारी भारत में ग्रामीण कृषि के विकास संगठन के लिए चयनित होते हैं। आवेदन कर्ता को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का ज्ञान होना चाहिए। और ग्रामीण सहकारी बैंकों पर नाबार्ड के अधिकारियों का पूरा पूरा नियंत्रण होता है। यह बैंकिंग क्षेत्र में बहुत ही अच्छी पोस्ट मानी जाती है। इनका काम ग्रामीण भारत के विकास और उनको सहायता प्रदान करना होता है। नाबार्ड ग्रेड ए के अधिकारियों का मासिक वेतन 30,000 से 60,000 तक हो सकता है। और यह वेतन राज्य के आधार पर कम या ज्यादा भी हो सकता है।
उप स्टाफ (Sub – Staff)
उप स्टाफ बैंकिंग सेक्टर में चाहे वह सार्वजनिक क्षेत्र या फिर निजी क्षेत्र के बैंक को उन का सबसे निचला वर्ग माना जाता है। इस पद को प्राप्त करने के लिए आपके पास कम से कम 10 वीं पास होनी चाहिए। इसमें मुख्य रूप से एक सफाई कर्मचारी, चपरासी की पोस्ट पर तैनात हो सकते हैं। सब स्टाफ को मासिक वेतन कम से कम 10000 से 20000 तक मिलता है।
बैंकिंग सेक्टर के अन्य महत्वपूर्ण पद?
- एग्रीकल्चर फील्ड ऑफिसर ।
- मार्केटिंग ऑफिसर ।
- कनिष्ठ सहयोगी ।
- विशेषज्ञ कैडर अधिकारी ।
- शाखा प्रमुख सहायक प्रबंधक ।
- मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी ।
- क्लर्क ।
- सहायक ।
- सुरक्षा अधिकारी ।
- आरटीआई सलाहकार ।
- लेखा सलाहकार ।
- पीडब्ल्यूडी के लिए सहायक ।
- सेकंड डिविजन क्लर्क ।
- कलैरिकल यूनिवर्सिटी खेल कोटा ।
- शाखा प्रमुख।
- सहायक प्रबंधक ।
- विदेशी मुद्रा अधिकारी ।
- एकीकृत कोषाधिकारी ।
- मार्केटिंग ऑफिसर ।
- ऑफिशियल लैंग्वेज ऑफिसर ।
- एचआर, पर्सनल ऑफिसर ।
- सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी।
स्कूल प्रिंसिपल कैसे बने। School Principal की Jobs, योग्यता, सैलेरी और आयु
भारत में बैंकिंग सेक्टर के कितने प्रकार हैं?
- सहकारी बैंक
- निवेश और विशेष बैंक
- वाणिज्यिक बैंक
सहकारी बैंक
यह बैंक सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के छोटे छोटे उद्योगों को लाभ प्रदान करने के लिए होते हैं। इनका प्रबंधन सरकारी समितियां करती है। और इन्हें कृषि ऋण समिति और केंद्रीय सहकारी बैंक के रूप में देखा जाता है।
निवेश और विशेष बैंक
इन बैंकों का काम ग्राहकों को विदेशी मुद्रा, विदेशी व्यापार, इक्विटी की बिक्री इत्यादि से जुड़ा हुआ होता है।
वाणिज्यिक बैंक
यह बैंक आम लोगों को बैंकिंग की विभिन्न सेवाएं प्रदान करते हैं। और उनके व्यवसायों को बढ़ाने में मदद करते हैं। वाणिज्यिक बैंक के अलग रूप हैं सार्वजनिक बैंक, क्षेत्रीय बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक।
बैंकिंग में करियर ?
- आपको कंप्यूटर का ज्ञान अच्छा होना चाहिए
- ग्राहकों के साथ अच्छा व्यवहार करने का तरीका आना चाहिए।
- बैकिंग योजनाओं को समझने की क्षमता होनी चाहिए।
- बैंक की विभिन्न प्रक्रियाओं को निपटाने की क्षमता होनी चाहिए।
- आप में धैर्य से काम लेने का कौशल होना चाहिए।
- अच्छी गणना करना आना चाहिए।
पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
Q. क्या बैंकिंग सेक्टर मैं नौकरी करने के लिए कंप्यूटर का ज्ञान होना जरूरी है?
Ans. हां, अगर आप बैंकिंग सेक्टर में नौकरी करना चाहते हैं तो आपको कंप्यूटर का अच्छा खासा ज्ञान होना चाहिए। क्योंकि बैंकिंग सेक्टर के सारे काम कंप्यूटर पर ही किए जाते हैं।
Q. क्या 12वीं के बाद सीधे ही बैंकिंग सेक्टर मैनेजर या क्लर्क बन सकते हैं?
Ans. नहीं, सबसे पहले आपको अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट करनी होगी। उसके बाद आपको बैंकिंग सेक्टर में नौकरी के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना पड़ेगा।
Q. 12वीं पास करके बैंकिंग सेक्टर में कौन सी नौकरी मिल सकती है?
Ans. अगर आपको 12वीं के बाद बैंकिंग सेक्टर में कार्य करना है तो आप उप स्टाफ के रूप में काम कर सकते हैं। इनका काम चपरासी या सफाई करने का होता है। और इसके लिए आप की दसवीं पास होनी जरूरी है।