बैंक मैनेजर कैसे बने – आजकल हर एक छात्र अपने करियर की चिंता 12वीं के बाद ही करने लग जाता है। और छात्रों के पास कई तरह के विकल्प होते हैं जैसे डॉक्टर इंजीनियर टीचर बैंक मैनेजर इत्यादि। तो अगर आप भी बैंक मैनेजर बनना चाहते हैं तो आज हम आपको इस आर्टिकल के द्वारा Bank Manager Age, क्वालिफिकेशन, सैलरी इत्यादि के बारे में सब कुछ बताने जा रहे हैं। भारत में कुल मिलाकर 34 राष्ट्रीय बैंकों की संख्या है जिसमें 12 गवर्मेंट और 22 प्राइवेट बैंक्स आते हैं। बैंक में जॉब करना लोगों को पसंद भी होता है। क्योंकि बैंक में सैलरी क्षेत्रों से ज्यादा अच्छी खासी होती है।

क्या 12वीं के बाद डायरेक्ट Bank Manager बनते हैं?
अगर आप भी बैंक मैनेजर बनना चाहते हैं तो आप 12वीं के बाद डायरेक्ट बैंक मैनेजर नहीं बनते आपको 12वीं के बाद ग्रेजुएशन कंप्लीट करना होगा। बैंक मैनेजर बनने के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री बहुत जरूरी होती है।
सरकारी बैंक में मैनेजर कैसे बने?
अगर आपको भी सरकारी बैंक में मैनेजर बनना है तो आपको सबसे पहले (IBPS) आईबीपीएस का एग्जाम पास करनी पड़ेगा। IBPS की फुल फार्म institute of banking personal selection होती है।
प्राइवेट बैंक में बैंक मैनेजर कैसे बने?
अगर आपको प्राइवेट बैंक में मैनेजर बनना है तो आपको PO मतलब PROBATIONARY OFFICER का एग्जाम क्लियर करना होगा। उसके बाद आप बैंक कर्मचारी के रूप में कार्य करोगे। प्राइवेट बैंकों में जब कर्मचारियों की जरूरत होती है तो वो PO का एग्जाम लेते हैं। इस तरह PO का पेपर देकर अभ्यार्थी प्राइवेट बैंकों में नियुक्त हो जाते हैं। और उसके बाद उनकी बैंक मैनेजर बनने की प्रक्रिया होती है।
Bank Manager किसे कहा जाता है?
Bank Manager वो होते हैं जो बैंक के सारे ऑपरेशन की रेखदेख करते हैं। और उन ऑपरेशंस में इंप्लीमेंट और एग्जीक्यूट भी बैंक मैनेजर ही करते हैं। बैंक मैनेजर बैंक की ब्रांच को लीड करने का काम भी करते हैं। एक बैंक मैनेजर का पूरे बैंक पर अपना नियंत्रण रहता है। और प्रत्येक बैंक की ब्रांच भी अलग होती है। उन सब का अपना एक अलग बैंक मैनेजर होता है।
बैंक मैनेजर का क्या काम होता है और Bank Manager की क्या जिम्मेदारी होती है?
Bank Manager की पूरे बैंक को लीड करने के साथ-साथ और भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां होती है।
- बैंक में जितने भी कर्मचारी होते हैं उनको हर दिन गाइड करना होता है।
- ग्राहकों को अच्छी सेवा प्रदान करना होता है और उनके कामों को पूरा करना होता है।
- मैनेजर बैंक के सारे रिकॉर्ड और स्टेटमेंट्स ठीक या नहीं ये भी सुनिश्चित करता है।
- अपनी बैंक की सफलता के लिए लोगों को आकर्षित करना।
- बैंकों में साल भर होने वाला संचालन और व्यय का बजट तैयार करना पड़ता है।
- हर एक दिन, पूरे दिन का लेन-देन का हिसाब किताब भी करना पड़ता है।
बैंक मैनेजर कितने तरह के होते हैं?
अगर आपको भी Bank Manager बनना हैतो आपको जरूरी है पता होना चाहिए कि Bank Manager कितने तरह के होते हैं। तो आज मैं आपको बताता बैंक मैनेजर 4 तरह के होते हैं।
- ब्रांच मैनेजर
- सर्विस मैनेजर
- सीनियर बैंक मैनेजर
- जूनियर बैंक मैनेजर
ब्रांच मैनेजर
ब्रांच मैनेजर एक ब्रांच के प्रमुख कार्यकर्ता होते हैं। यह बैंक में होने वाले सभी कामों की रेख देख करते हैं। और बैंक के विकास के लिए ग्राहकों को सुविधाएं प्राप्त करने की जिम्मेदारी भी इनकी होती है। यह बैंक के ब्रांच से जुड़े सभी कार्यों के लिए भी जिम्मेदार माने जाते हैं।
सर्विस मैनेजर
बैंक में प्रत्येक तरह की सेवा और ग्राहक को संभालने का काम एक सर्विस मैनेजर का होता है। वह अपने ग्राहक को सबसे बेहतरीन सुविधाएं देते हैं। और ग्राहकों को नियम बनाए रखने का काम भी सुनिश्चित कर आते हैं। बैंक से जुड़ी हर एक गतिविधि पर निगरानी रखना होता है।
सीनियर Bank Manager
एक सीनियर बैंक Bank Manager में होने वाली गतिविधियों ग्राहकों को दी जाने वाली सेवा के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है। वह बैंकों के लिए हायरिंग प्रक्रिया और अन्य प्रक्रियाओं में भी शामिल होते हैं। इनका काम बैंक में संसाधन, अनुसार वितरण, ग्राहक सेवा, बिक्री सहित सभी चीजों की देखरेख करना होता है। और यह बैंक में काम करने वाले लोगों को शिक्षा, गाइड और विकास की प्रेरणा देते हैं। इनका काम व्यवसायिक योजनाओंसे जुड़ा विकास करना भी होता है।
जूनियर Bank Manager
यूनियन Bank Manager एक प्रतिनिधि या सुपरवाइजर के रूप में काम करते हैं। वह बैंक से जुड़ी गतिविधियों का संचालन कराने में सक्षम होते हैं। और बैंक में अधिकारों के प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार माने जाते हैं। वह प्रत्येक दिन का व्यवसाय चलाने का काम करते हैं। और ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने के लिए भी शामिल होते हैं। और ग्राहकों को अच्छी सुविधा और उनकी मदद करने के लिए भी अपना योगदान देते हैं।
Bank Manager बनने के लिए योग्यता ?
बैंकों में मैनेजर बनने के लिए प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है ।क्योंकि कई बार बैंकों में मैनेजर बनने के लिए क्वालीफिकेशन अलग-अलग होती है।
- आप भारत के नागरिक होने चाहिए।
- आपकी आयु 18 से 30 साल तक होनी चाहिए।
- एससी, एसटी और ओबीसी को 3 से 5 साल की छूट मिलती है।
- आपकी ग्रेजुएशन कंप्लीट होनी चाहिए।
- सरकारी बैंक में नौकरी पाने के लिए आपको IBPS का एग्जाम पास करना होगा। इसके लिए आपके ग्रेजुएशन में कम से कम 60% नंबर होने चाहिए।
- प्राइवेट बैंक में नौकरी पाने के लिए आपको PO का एग्जाम पास करना होगा। इसके लिए आपके ग्रेजुएशन में कम से कम 55% नंबर होने चाहिए।
- आपके पास कंप्यूटर की डिग्री का होना अनिवार्य है।
बैंकिंग सेक्टर में कौन-कौन सी जॉब होती हैं
बैंक मैनेजर बनने के लिए क्या करें?
- आपके 12वीं कक्षा में 50% से अधिक नंबर होने चाहिए।
- आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- आप किसी भी स्ट्रीम में आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स मैं अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी कर सकते हो।
- सरकारी बैंक में नौकरी पाने के लिए आपको IBPS का एग्जाम पास करना होगा।
- प्राइवेट बैंक में नौकरी पाने के लिए आपको PO का एग्जाम पास करना होगा।
- बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री करने के बाद आप निजी बैंक जो कॉलेजों के साथ जुड़े हुए होते हैं। वो कॉलेज के स्टूडेंट्स को बैंक प्रबंधक के पद पर कॉलेज कैंपस में इंटरव्यू लेकर उम्मीदवार का चयन करते हैं।
बैंक मैनेजर बनने के लिए परीक्षा पैटर्न कैसा होता है?
सरकारी बैंक में भर्ती के लिए मुख्य रूप से तीन चरण होते हैं।
- सबसे पहले लिखित परीक्षा होती है जिसको प्री और मेंस कहते हैं।
- इसके बाद आपका इंटरव्यू होता है।
- अभ्यार्थी को शॉर्टलिस्ट प्रिंस और इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है।
- अभ्यार्थी को 80% लिखित परीक्षा और 20% इंटरव्यू में मिलते हैं।
- इसका सबसे लास्ट चरण ग्रुप डिस्कशन होता है ग्रुप डिस्कशन में आपको एक विषय दिया जाएगा और आपको उस विषय पर अपने विचार देने होते हैं।
बैंक मैनेजर बनने के लिए कौन-कौन से कोर्स कर सकते हैं?
- BBA (bachelor of business administration)
- MBA (master of business administration)
- B.com (bachelor of commerce)
- M.com (master of commerce)
बैंक मैनेजर को कौन-कौन से अलाउंस और भत्ते मिलते हैं?
- DA डियरनेस अलाउंस
- HRA हाउस रेंट अलाउंस
- यात्रा भत्ता
- सफाई सामग्री एक्सपेंसेस
- टेलीफोन एक्सपेंसेस
- पेट्रोल अलाउंस
- नई पेंशन योजना
- चिकित्सकीय सहायता
भारत में सरकारी बैंक कौन कौन से हैं?
- Indian Bank
- State Bank of India
- Bank of Baroda
- Canara Bank
- Bank of India
- Punjab and Sind Bank
- Punjab National Bank
- Bank of Maharashtra
- UCO Bank
- Union Bank of India
- Indian Overseas Bank
- Central Bank of India
बैंकिंग सेक्टर में कौन-कौन सी जॉब होती हैं? बैंकिंग सेक्टर में कौन-कौन से पद पर जॉब कर सकते हैं
भारत में प्राइवेट बैंक कौन कौन से हैं?
- HDFC Bank
- RBL Bank
- HSBC
- Citybank
- Axis Bank
- Kotak Mahindra Bank Ltd
- Federal Bank
- Induslnd Bank
- Yes Bank
बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है?
सरकारी बैंक में एक बैंक मैनेजर की मासिक आय लगभग 65000 से ₹80000 होती है। और प्राइवेट बैंक में एक बैंक मैनेजर की मासिक आय लगभग 70000 से ₹80000 होती है।
बार-बार पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
Q. बैंक मैनेजर बनने के लिए कौन सा टेस्ट देना पड़ता है?
Ans. सरकारी बैंक में मैनेजर बनने के लिए आपको IBPS एग्जाम देना पड़ता है।और प्राइवेट बैंक में मैनेजर बनने के लिए आपको PO का एग्जाम देना पड़ता है।
Q. बैंक मैनेजर बनने के लिए एग्जाम का पैटर्न कैसा होता है?
Ans. बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको लिखित परीक्षा मतलब प्री और मेंस देना पड़ता है। उसके बाद आपका इंटरव्यू होता है।
Q. सरकारी बैंक में मैनेजर बनने के लिए मेंस की परीक्षा कितने नंबरों की होती है?
Ans. सरकारी बैंक मैनेजर बनने के लिए मेंस की परीक्षा 100 मार्क्स की होती है।
Q. क्या 12वीं के बाद सीधे ही बैंक मैनेजर बन सकते हैं?
Ans. नहीं, आप 12वीं के बाद सीधे बैंक मैनेजर नहीं बन सकते। इसके लिए आपको पहले ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करनी होगी।