Web Hosting क्या है। Web Hosting कैसे खरीदे। Full Information about Web Hosting

आज हम बात करेंगे Web Hosting क्या है। Web Hosting कैसे खरीदे। अगर आपको Web Hosting के बारे में नहीं पता तो आज हम आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से Web होस्टिंग के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। Web Hosting क्या है, Web Hosting कैसे खरीदे,Web Hosting कितने प्रकार की होती है, Web Hosting के लाभ और नुकसान क्या है, Web Hosting काम कैसे करती है। और इसके साथ ही हम आपको Web Hosting के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। Web Hosting के बारे में जानने के लिए आपको हमारा आर्टिकल पूरा और अच्छे से पढ़ना होगा।

 

Web Hosting कैसे खरीदे।

 

साधारण शब्दों में कहा जाए अगर आपके पास कोई वेबसाइट है। तो उसमें होस्टिंग और डोमेन नेम का होना जरूरी होता है। क्योंकि होस्टिंग और डोमेन नेम हमारी वेबसाइट को पहचान देते हैं। और वेबसाइट को अच्छे से बनाए रखना बहुत मुश्किल से भरा हुआ काम होता है। इसीलिए आपको अपनी वेबसाइट को मेंटेन रखने के लिए गूगल के हर एक न्यू अपडेट से वाकिफ रहना जरूरी होता है। वेब होस्टिंग आपकी वेबसाइट को इंटरनेट पर दिखाने के लिए मदद करता है।

जब कभी भी आपको इंटरनेट पर खुद की वेबसाइट लांच करनी होती है तो उसके लिए वेब होस्टिंग का होना जरूरी होता है। वर्तमान समय में इंटरनेट का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है। और आपको इंटरनेट पर बहुत सारी वेबसाइट देखने को मिलती है। वैसे ही अगर आपको भी अपनी वेबसाइट को एक पहचान देनी है तो आपको वेब होस्टिंग की जरूरत पड़ती है। तो आइए अब बात करते हैं Web Hosting से जुड़ी हर एक जानकारी के बारे में।

Web Hosting क्या है? What is Web Hosting

Web Hosting इंटरनेट पर हमें अपनी वेबसाइट को अपलोड करने की सुविधा देती है। वेब होस्टिंग के द्वारा सभी वेबसाइट को इंटरनेट पर जगह देने में मदद मिलती है। साधारण शब्दों में कहा जाए तो अगर आपके पास कोई वेबसाइट है तो वेब होस्टिंग वेबसाइट के videos, photos, files इत्यादि को एक सर्वर पर स्टोर करके रखता है। ताकि अन्य लोग इंटरनेट के द्वारा  आसनी से उनको एक्सेस कर सकें।

वेब होस्टिंग एक ऐसी सर्विस होती है जो वेबसाइट को इंटरनेट पर अपलोड करने के लिए सुविधा देती है। लेकिन वेब होस्टिंग के लिए बहुत ही पावरफुल सर्वर का होना जरूरी होता है। ताकि वह 24 घंटे बिना किसी रूकावट के इंटरनेट से कनेक्टेड रहे। और हर एक यूजर को 24 × 7 बिना किसी रूकावट के information दे सके।

जैसा कि मैंने आपको बताया वेब होस्टिंग को मेंटेन रखने के लिए बहुत ही पावरफुल सर्वर की जरूरत पड़ती है। इसीलिए इस तरह के सर्वर को हम खुद मेंटेन नहीं कर पाते। क्योंकि इसकी cost बहुत ज्यादा होती है। इसीलिए हम वेब होस्टिंग कंपनीज से वेब होस्टिंग खरीदते हैं। क्योंकि कंपनीज के पास खुद की पावरफुल सर्वर, टेक्नोलॉजी इत्यादि होती हैं।

ये कंपनी हमें महीने या साल के हिसाब से वेब होस्टिंग को खरीदने की सेवा देती है। इस वजह से हमें उनके सर्वर में जगह मिल जाती है। और हम आसानी से अपनी वेबसाइट को होस्ट कर लेते हैं। उम्मीद है कि आपको हमारे आर्टिकल के माध्यम से अब तक इतना तो समझ आ ही गया होगा कि वह पोस्टिंग क्या होती है। वर्तमान समय में बहुत सारी वेब होस्टिंग कंपनीस होती है। जो कि अपने होस्टिंग प्लान को बेचते हैं और इसकी कॉस्ट भी कंपनी से डिसाइड करती हैं।

 

Web Hosting कैसे काम करती है?

वर्तमान समय में हर एक व्यक्ति चाहता है कि उसकी इंटरनेट पर खुद की एक वेबसाइट हो। ताकि वह अपनी नॉलेज, सोच और इंफॉर्मेशन को लोगों तक आसानी से पहुंचा सके। उसके लिए सबसे पहले अपनी files, डाक्यूमेंट्स इत्यादि को Web Hosting पर अपलोड करना होता है।

तो जब आप अपनी डाक्यूमेंट्स या फाइल को वेब होस्टिंग पर अपलोड कर लेते हैं। तो अगर कोई यूजर वेब ब्राउज़र के जरिए आपकी वेबसाइट का डोमेन नेम तो सर्च करते हैं तो वह ब्राउज़र आपके डोमेन नेम के हिसाब से आपकी वेबसाइट को वेब सर्वर से जोड़ देता है। उसके बाद यूजर आपकी वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं। जहां आपने अपनी फाइल्स, इंफॉर्मेशन को पहले से ही पोस्ट करके रखा होता है।

यूजर को आपकी हर एक इंफॉर्मेशन आसनी से मिल जाती है जो कि आपने अपनी वेबसाइट के जरिए दी है। यूजर सिर्फ वही सर्च करता है जिसके बारे में उसे इंफॉर्मेशन चाहिए होती है। तो इसीलिए जिस टॉपिक की आपकी वेबसाइट बनी होगी तो उसी टॉपिक की इंफॉर्मेशन लेने यूजर आपकी वेबसाइट पर पहुंच जाएगा। तब उसे आपकी वेबसाइट के जरिए उस टॉपिक इनफार्मेशन मिल जाएगी।

जब आपको डोमेन नेम को अपनी होस्टिंग से जोड़ना होता है तो तब DNS यानी डोमेन नेम सिस्टम का यूज किया जाता है। क्योंकि इस प्रक्रिया द्वारा डोमिन को यह पता लगता है कि आपकी वेबसाइट किस वेब सर्वर में रखी हुई है। क्योंकि सभी web-server की DNS अलग-अलग होती है।

अगर बहुत ही साधारण शब्दों में कहा जाए की Web Hosting कैसे काम करती है उसके लिए हम यह कहना चाहते हैं कि जब आपके पास आपकी खुद की वेबसाइट होती है तो वह वेब होस्टिंग आपकी वेबसाइट की बहुत सारी फाइलों की एक कलेक्शन होती है।

क्योंकि जब आप वेबसाइट बनाते हो तो उसके लिए आपको अपनी फाइलों को स्टोर करने के लिए एक स्पेस की जरूरत होती है। और वही स्पेस हमें वेब होस्टिंग कंपनी के सर्वर द्वारा मिल जाता है। इस सर्वर के द्वारा आप अपनी वेबसाइट की हर एक फाइल, डाटा, फोटो, वीडियो इत्यादि को इंटरनेट पर दिखाने के लिए अच्छे से दिखा सकते हो।

अगर आप यह चाहते हो कि आपकी वेबसाइट अच्छे से काम करें तो उसके लिए आपको एक डोमेन नेम की भी जरूरत होती है। जब आप डोमेन नेम खरीद लेते हैं तो इसकी वजह से आप अपने सर्वर को डायरेक्ट कर लेते हैं। जिससे कि वेब ब्राउज़र को पता लग जाता है कि आपकी फाइल्स कहां पर स्टोर हुई है।

तो जब कोई यूजर आपके डोमेन नेम को सर्च करता है या फिर आपकी साइट के लिंक पर क्लिक करता है तो तो वह वह ब्राउज़र सर्वर से हर एक आपकी दी हुई इंफॉर्मेशन और फाइलों को देख लेता है। यह सारे काम कुछ सेकंड में हो जाते हैं। अगर आपकी वेबसाइट यह कार्य करने के लिए बहुत टाइम लेती है तो आपको अपनी वेबसाइट को तेज करने के लिए उसे उसकी होस्टिंग बदलने बदलनी चाहिए।

 

Web Hosting के प्रकार ?

अब तक आपने हमारे आर्टिकल के माध्यम से इतना तो जान ही लिया है कि Web Hosting होती क्या है। और यह कैसे काम करती है। तो अब हम बात करेंगे वेब होस्टिंग के प्रकार के बारे में। वेब होस्टिंग कितने प्रकार की होती है सबसे पहले तो जब आप किसी भी वेब होस्टिंग को खरीदते हैं तो उसके बारे में आपको जानना बहुत ही आवश्यक होता है। क्योंकि वेब होस्टिंग बहुत सारे प्रकार की होती है। लेकिन आपको वेब होस्टिंग अपनी आवश्यकता के अनुसार ही लेनी होती है।

मुख्य रूप से हम 5 तरह की Web Hosting के बारे में बात करेंगे

  • Shared Web Hosting 
  • VPS (virtual private server)
  • Dedicated Server Hosting
  • Reseller Web Hosting 
  • Cloud Web Hosting

Plagiarism क्या है

शेयर्ड वेब होस्टिंग (Shared Web Hosting )

जब एक ही सर्वर पर बहुत सारी वेबसाइट के लिए होस्टिंग को शेयर किया जाता है। तो उसे Shared Web Hosting कहा जाता है। अगर साधारण शब्दों में कहा जाए जब बहुत सारी वेबसाइट एक साथ एक ही सर्वर पर होती हैं। और जो भी वेबसाइट हैं वो अपने हिसाब से आवश्कता अनुसार वेब होस्टिंग कंपनी को पैसे देती है। उसे शेयर्ड वेब होस्टिंग कहा जाता है।

Shared Web Hosting के लाभ ?

  • Shared Web Hosting का सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि यह होस्टिंग हमें काफी सस्ते कॉस्ट में मिल जाती है।
  • Shared Web Hosting में जो cpannel इस्तेमाल किया जाता है। वह यूजर को समझने में काफी आसान होता है।
  • यह न्यू ब्लॉगिंग वेबसाइट बनाने वाले के लिए काफी अच्छा ऑप्शन होती है।
  • Shared Web Hosting low maintenance की होती है।

Shared Web Hosting के नुकसान?

  • Shared Web Hosting में लिमिटेड रिसोर्स का इस्तेमाल किया जाता है।
  •  Shared Web Hosting में जब यूजर ज्यादा हो जाते हैं। तो लोड की वजह से इसकी लोडिंग स्पीड धीमी हो जाती है। क्योंकि यह हाई ट्रैफिक को नहीं संभाल पाता।
  • Shared Web Hosting नई वेबसाइट के लिए अच्छी मानी जाती है क्योंकि नई वेबसाइट में ट्रैफिक कम होता है अगर जब आपके पास अच्छा ट्रैफिक आने लगे तो आप इसे चेंज भी कर सकते हो।
  • Shared Web Hosting मैं आपको पुअर कनेक्शन, वीक परफॉर्मेंस इत्यादि जैसी दिक्कतें देखने को मिल सकती हैं।

Google web stories क्या होती है। गूगल वेब स्टोरीज के बारे में पूरी जानकारी।

VPS (virtual private server)

VPS (virtual private server) एक प्राइवेट सर्वर की वेब होस्टिंग है यह हो सिंह अपने क्लाइंट को अलग-अलग बहुत सारे छोटे-छोटे प्राइवेट सर्वर मैं बैठकर अपनी सर्विस देती है इसे डेडीकेटेड वेब होस्टिंग भी बोला जाता है ।

क्योंकि यह आपकी वेबसाइट को डेडीकेटेड स्पेस प्रोवाइड कर देता है जिस पर सिर्फ और सिर्फ आपका ही हक होता है और इस के स्पेस में किसी दूसरे का कोई लेना देना नहीं होता साधारण शब्दों में कहा जाए यह एक प्राइवेट सर्वर है जहां पर आपको इसे किसी दूसरे के साथ शेयर करने की जरूरत नहीं होती।

VPS (virtual private server) के लाभ?

  • VPS की स्पीड और परफॉर्मेंस काफी अच्छी होती है
  • VPS hosting से आपकी वेबसाइट फास्टलोड होती है
  • VPS की वेब होस्टिंग काफी सिक्योर मानी जाती है
  • वीपीएस शेयर वेब होस्टिंग की तुलना में अधिक ट्रैफिक को काफी अच्छे से हैंडल कर लेती है

VPS Hosting के नुकसान?

  • VPS hosting काफी महंगी होती है शेयर्ड वेब होस्टिंग की तुलना में।
  • VPS hosting में हाई ट्रैफिक को कंट्रोल नहीं कर पाते। इस वजह से वेबसाइट के क्रैश होने का भी डर लगा रहता है।

 

Dedicated Web Hosting

Dedicated Web Hosting के प्लान अन्य वेब होस्टिंग सर्विस से बिल्कुल अलग होते हैं। इसमें पूरा का पूरा सर्वर सिर्फ आपके नाम पर डेडीकेटेड होता है। और इसमें किसी दूसरे की हिस्सेदारी बिल्कुल भी नहीं होती। इसमें सिर्फ और सिर्फ आपके डाटा, फाइल्स, फोटोस, वीडियोस इत्यादि को अपलोड किया जाता है। ऐसी होस्टिंग वह यूजर लेते हैं जिनका काम ज्यादातर डाटा स्टोरेज से संबंधित रहता है।

Dedicated Web Hosting के लाभ?

  • Dedicated Web Hosting, VPS Hosting से काफी ज्यादा सिक्योर मानी जाती है।
  • Dedicated Web Hosting की परफॉर्मेंस भी काफी अच्छी होती है।
  • Dedicated Web Hosting के द्वारा सर्वर पर आए हुए हाई ट्रैफिक को आसानी से मैनेज कर सकते हो।

Dedicated Web Hosting के नुकसान?

  • Dedicated Web Hosting को इस्तेमाल करने के लिए आपको काफी ज्यादा टेक्निकल नॉलेज भी होना चाहिए।
  • Dedicated Web Hosting बहुत महंगी होती है। इसको खरीदना काफी खर्च से भरा हुआ होता है।

 

Reseller Web Hosting

Reseller Web Hosting काफी अलग तरह की होस्टिंग होती है। जो होस्टिंग का ओनर होता है वह अपने unused space को किसी तीसरे यूजर की वेबसाइट के साथ बांट सकता है। इसीलिए इसे रीसेलर वेब होस्टिंग कहा जाता है।

Reseller Web Hosting के लाभ?

  • Reseller Web Hosting खरीदने के बाद जब इसमें बहुत सारा खाली स्पेस बच जाता है जिसकी आवश्यकता नहीं होती। उसे आप किसी दूसरे यूजर के साथ बांट सकते हो।

Reseller Web Hosting के नुकसान?

  • इसमें आप सबसे पहले तो होस्टिंग प्रोवाइडर के ऊपर डिपेंडेंट हो जाते हो।
  • इसमें आपको लिमिटेड एक्सेस ही मिलता है।

 

Cloud Web Hosting

Cloud Web Hosting को बहुत ज्यादा भरोसेमंद मानते हैं। क्योंकि इसमें बहुत सारे सरवर एक साथ होते हैं। जो कि क्लाउड अर्थात बादलों के समूह की तरह होते हैं। इसीलिए इसे क्लाउड Web Hosting बोला जाता है। यह VPS का एक एडवांस रूप माना जाता है। जिसमें की छोटे-छोटे सर्वर की जगह बड़े-बड़े सर्वर द्वारा Web होस्टिंग की सुविधा देते हैं।

Cloud Web Hosting को खरीदने के बाद वेबसाइट में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती है। अगर वेबसाईट में कोई दिक्कत हो तो उसे आसानी से Cloud Web Hosting के द्वारा ठीक किया जा सकता है। और इसके द्वारा सर्वर की मैनेजमेंट काफी अच्छे से कर सकते हैं।

Cloud Web Hosting के लाभ?

  • Cloud Web Hosting की  होस्टिंग लेने के बाद वेबसाइट का लोड टाइम बहुत कम हो जाता है।
  • Cloud Web Hosting हाई ट्रैफिक को भी बहुत ही आसान से हैंडल कर लेता है।
  • Cloud Web Hosting मैं सर्वर के डाउन होने के चांस बहुत कम या नहीं के बराबर होता है।

Cloud Web Hosting के नुकसान?

  • Cloud Web Hosting का सबसे बड़ा नुकसान लिए है कि यह दूसरी वेब होस्टिंग की तुलना में बहुत महंगी होती है।
  • Cloud Web Hosting में सर्वर के लिए हाई मेंटेनेंस की जरूरत होती है।

 

Web Hosting फीचर्स ? कौन सी Web Hosting खरीदें?

अगर आप भी वेब होस्टिंग खरीदना चाहते हो। तो आपको वेब होस्टिंग खरीदते टाइम कौन-कौन से बेसिक फीचर्स का ध्यान रखना चाहिए। और ये बेसिक फीचर्स वेब होस्टिंग कंपनी, होस्टिंग टाइप, होस्टिंग प्लान हैं। और ये सर्वर के अनुसार अलग होते हैं। और यह सब फीचर्स नीचे दिए गए हैं।

  • Uptime 
  • Bandwidth 
  • Email 
  • Storage 
  • Backup 
  • Customer Support

Uptime

Uptime भरोसेमंद वेब होस्टिंग प्रोवाइडर है। बहुत सारी कंपनियां गारंटी के साथ uptime hosting देती है। जिसका मतलब यह होता है कि आपकी वेबसाइट 24 × 7 विजिटर्स के लिए अवेलेबल रहेगी।

Bandwidth

Bandwidth एक निश्चित समय में ट्रांसफर होने वाले डाटा, जो कि आपकी वेबसाइट और विजिटर्स के बीच में ट्रांसफर हो रहा है, उसको बताता है। Bandwidth से ज्यादा से ज्यादा लोग एक ही समय में बिना रूकावट के आपकी वेबसाइट को एक्सेस करते हैं। आपकी वेबसाइट में low bandwidth है तो आपकी वेबसाइट स्पीड कम हो जाती है।

Email

वेब होस्टिंग के साथ आप ईमेल होस्टिंग प्राप्त कर सकते हो। जिसमें आप अपनी ऑर्गेनाइजेशन और अपने लिए कस्टमर ईमेल एड्रेस बना सकते हो। इसमें आपको कई तरह के फीचर्स मिलते हैं। ईमेल भेजने, ईमेल रिसीव करने, कैलेंडर, स्पैम फिल्टर इत्यादि जैसे फीचर्स इसमें शामिल होते हैं।

Storage

आपको हमेशा हर तरह की होस्टिंग अकाउंट में फोटो, वीडियोस, डाटा, फाइल इत्यादि को स्टोर करने के लिए डिस्क स्पेस चाहिए होता है। इसीलिए आपको हमेशा अपने जरूरतों के हिसाब से वेब होस्टिंग प्लान को खरीदना होता है।

Backups

हमेशा होस्टिंग खरीदते टाइम बैकअप की सुविधा का ध्यान रखना चाहिए। वेब होस्टिंग प्रोवाइडर्स जो होस्टिंग आपको दे रहे हैं उसमें बैकअप सुविधा है या नहीं ।क्योंकि सर्वर भी कंप्यूटर की तरह ही होता है इसमें भी डाटा लॉस होने का खतरा बना रहता है। कंप्यूटर से कभी कभार आपका डाटा डिलीट हो जाता है। उसी तरह इसमें भी डाटा लॉस का खतरा रहता है। तो आपको हमेशा बैकअप की सुविधा का ध्यान रखना होता है।

Customer Support

जब भी आप वेब होस्टिंग खरीदते हो तो आपको हमेशा कस्टमर सपोर्ट का ध्यान रखना चाहिए। कि जब आपको कोई तकनीकी सहायता की जरूरत हो आपके पास कस्टमर सपोर्ट है या नहीं। आप उनसे कॉन्टैक्ट कर सकते हो या नहीं। इसीलिए आप जब भी वेब होस्टिंग खरीदते हो तो कस्टमर सपोर्ट का होना भी जरूरी रहता है। कि जब हमें जरूरत हो तब हम उन्हें ईमेल कर सके, लाइव चैट कर सकें, फोन कर सकें ताकि हमारी तकनीकी प्रॉब्लम का समाधान मिल सके और हमारी परेशानी को अच्छे से सुलझा सके।

 

सबसे अच्छा Cheap Web Hosting Provider – DomainRacer Web Hosting

DomainRacer वेब होस्टिंग भारत में सबसे अच्छी डोमेन सेवा और Web Hosting प्रदान करती है। यह आपको security, स्पीड इत्यादि के मामले में बहुत अच्छी सर्विस देती है। अगर आप भी अपनी खुद की वेबसाइट शुरू करना चाहते हो तो आप DomainRacer से वेब होस्टिंग ले सकते हो। इसकी वेब होस्टिंग काफी सस्ती है। और साथ ही साथ स्पीड में बहुत अच्छी है। इसमें आपको 21x फास्टर लाइटस्पीड टेक्नोलॉजी, फ्री SSL certificate, प्रीमियम LMS होस्टिंग, फ्री रैंकिंग SCO इत्यादि जैसे फीचर्स देखने को मिल जाएंगे।

पूरी दुनिया में इसका बहुत अच्छा प्रदर्शन रहा है वेब होस्टिंग के मामले में। इसमे हाइ security देखने को मिलती है। जिस से आपका डाटा हमेशा सुरक्षित रहता है। भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में आपको इसके यूजर्स देखने को मिल जाएंगे। इसमें सुरक्षा की बहुत अच्छी सुविधाएं दी हुई है इसीलिए इसके प्रदर्शन को देखते हुए इसे बेस्ट वेब होस्टिंग माना जाता है।

 

 Web Hosting और डोमेन में अंतर?

  • वेब होस्टिंग और डोमेन अलग-अलग चीजें होती है। इसीलिए बहुत सारी कंपनियां Web Hosting और डोमेन दोनों ही बेचती हैं। जैसे GoDaddy
  • GoDaddy दुनिया का सबसे बडी डोमेन बेचने वाली कंपनी है। और यह इसके साथ-साथ होस्टिंग भी प्रोवाइड करती है। यह भी DomainRacer Web Hosting के जेसे सभी प्रकार के तरह के डोमेन एक्सटेंशन  .com, .in, .de, .uk, .net, .xyz, .me, .it इत्यादि प्रोवाइड करवाता है।
  •  आप अपने डोमेन के लिए नाम का चयन भी DomainRacer Web Hosting द्वारा कर सकते हो। यह आपको एडवांस वेब Hosting के प्लान देते हैं। और साथ ही साथ निशुल्क डोमेन नाम भी देते हैं।
  • डोमेन और वेब होस्टिंग में सिर्फ इतना सा फर्क है। कि डोमेन एम वेबसाइट का एड्रेस होता है। और जब आपको स्टोरेज के लिए कंप्यूटर हार्ड डिस्क कि या मेमरी की जरुरत होती है तो उसे वेब होस्टिंग बोला जाता है।

 

 Popular Web Hosting Provider?

  • GoDaddy
  • Hostinger
  • Bingrock
  • Hostgator India
  • Bluehost

 

निष्कर्ष

उम्मीद है कि आप को हमारे आर्टिकल की माध्यम से वेब होस्टिंग के बारे में हर एक जानकारी अच्छे से मिल गई होगी। हमने आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से Web Hosting कैसे करें। वेब होस्टिंग क्या होती है। वेब होस्टिंग कितने टाइप क्यों होती है। वेब होस्टिंग के बारे में हर एक जानकारी पूरे डिटेल से दे दी है। अगर आपको अभी भी Web Hosting से जुड़ी हुई कोई जानकारी चाहिए तो आप कमेंट करके हमसे पूछ सकते हो।

 

बार-बार पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न उत्तर

 

Q. अपनी वेबसाइट के लिए कौन सी वेब होस्टिंग लेनी चाहिए?

Ans. आपको हमेशा वेब होस्टिंग आपकी वेबसाइट के आधार पर लेनी चाहिए। कि आपकी वेबसाइट कितनी नई या पुरानी है और उसके कितना ट्रैफिक आता रहता है। अगर आपने नई वेबसाइट शुरू की है। तो आपको शेयर्ड होस्टिंग लेनी चाहिए क्योंकि है आप सो कम पैसों में मिल जाती है।

 

Q. सबसे ज्यादा कौन सी वेब होस्टिंग खरीदी जाती है? 

Ans. शेयर्ड वेब होस्टिंग।

 

Q. डोमेन और Hosting में क्या अंतर होता है?

Ans. डोमेन ब्लॉग का एड्रेस होता है। जिससे कि लोग आपकी वेबसाइट को सर्च कर पाते हो। और  Hosting आपकी वेबसाइट को स्टोर करके रखती है।

 

Q. ब्लॉगिंग करने के लिए WordPress या blogger.com दोनों में से कौन सही है?

Ans. अगर आपको ब्लॉगिंग के बारे में ज्यादा पता नहीं है तो आपको blogger.com से शुरुआत करनी चाहिए। क्युकी इसमें आप बिना पैसे दिए ब्लॉग पोस्ट कर सकते हो।अगर आपको ब्लॉगिंग के बारे में अच्छा खासा नालेज है तो आपको वर्डप्रेस पर ब्लॉग लिखने चाहिए।

Leave a Comment